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- Bhagavad Gita Chapter 11
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In chapter fifteen Lord Krishna reveals the virtues, the glories and transcendental characteristics of God being omnipotenet, omniscient and omnipresent. Also He explains the pupose and value of knowing about God and the means by which He can be realized. Thus this chapter is entitled: Realization of the Ultimate Truth. These are few sample Bhagavad Gita mp3 kannada recitations distributed by ISKCON on account of Gita Jayanthi - The International Society for Krishna Consciousness - which constantly works in propagating Shri Krishna's teachings. Chapter 15 Chapter 16 Chapter 17 Chapter 18 Click on the links to listen or download the music. Email This BlogThis!
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन सेगोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन सेमुँह फेर जिधर देखु मुझे तू ही नज़र आये
हम छोड़के दर तेरा अब और किधर जायेसारी दुनियां है दीवानी, राधा रानी आप
कौन है, जिस पर नहीं है, मेहरबानी आप की जीवन खतम हुआ तो जीने का ढंग आया
जब शमा बुझ गयी तो महफ़िल में रंग आयासावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गयाये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से
मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु कीकोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।तू राधे राधे गा ,
तोहे मिल जाएं सांवरियामिल जाएंहर पल तेरे साथ मैं रहता हूँ,
डरने की क्या बात? जब मैं बैठा हूँमेरी करुणामयी सरकार पता नहीं क्या दे
क्या दे दे भई, क्या दे देजिंदगी एक किराये का घर है,
एक न एक दिन बदलना पड़ेगा॥अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है
सपने में आ जाना मईया,ये बोल के सोते हैआज बृज में होली रे रसिया।
होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥हे राम, हे राम, हे राम, हे राम
जग में साचे तेरो नाम । हे राम..अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,मुझे रास आ गया है,
Bhagavad Gita Chapter 12
तेरे दर पे सर झुकानाये तो बतादो बरसानेवाली,मैं कैसे
तेरी कृपा से है यह जीवन है मेरा,कैसेइक तारा वाजदा जी हर दम गोविन्द
जग ताने देंदा ए, तै मैनु कोई फरक नहींश्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख
तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया ।सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
Bhagavad Gita 15 Chapter In Kannada Language
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरीयह तो तेरी नज़र का कमाल है,लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाईनगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना होमैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो
Bhagavad Gita 15 Chapter In Kannada Pdf
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैलाजय राधे राधे, राधे राधेजय राधे राधे, राधे राधेराधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा
Bhagavad Gita 15 Chapter In Kannada Telugu
श्याम देखा घनश्याम देखाप्रभु कर कृपा पावँरी दीन्हि
Bhagavad Gita Chapter 11
सादर भारत शीश धरी लीन्हीजिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या